महाभारतम् — 17.2.26
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच इति उक्त्वा तम् महा-बाहुः जगाम अन् अवलोकयमानः श्वा तु एकः ऽनुययौ यः ते बहुशः कीर्तितो मया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अन् | अन् | pos=i |
अवलोकयमानः | अवलोकय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
श्वा | श्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुययौ | अनुया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
बहुशः | बहुशस् | pos=i |
कीर्तितो | कीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |