Original

भो भो राजन्नवेक्षस्व पतितोऽहं प्रियस्तव ।किंनिमित्तं च पतनं ब्रूहि मे यदि वेत्थ ह ॥ २४ ॥

Segmented

भो भो राजन्न् अवेक्षस्व पतितो ऽहम् प्रियः ते किंनिमित्तम् च पतनम् ब्रूहि मे यदि वेत्थ ह

Analysis

Word Lemma Parse
भो भो pos=i
भो भो pos=i
राजन्न् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
अवेक्षस्व अवेक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
पतितो पत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रियः प्रिय pos=a,g=m,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
किंनिमित्तम् किंनिमित्त pos=a,g=n,c=2,n=s
pos=i
पतनम् पतन pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
यदि यदि pos=i
वेत्थ विद् pos=v,p=2,n=s,l=lit
pos=i