महाभारतम् — 17.2.17
Original
Segmented
नकुलः पतितः तस्मात् आगच्छ त्वम् वृकोदर यस्य यद् विहितम् वीर सो ऽवश्यम् तद् उपाश्नुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नकुलः | नकुल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पतितः | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
आगच्छ | आगम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वृकोदर | वृकोदर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विहितम् | विधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपाश्नुते | उपाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |