महाभारतम् — 17.2.10
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच आत्मनः सदृशम् प्राज्ञम् न एष ऽमन्यत कंचन तेन दोषेण पतितः तस्मात् एष नृप-आत्मजः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सदृशम् | सदृश | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्राज्ञम् | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽमन्यत | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कंचन | कश्चन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दोषेण | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पतितः | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |