महाभारतम् — 17.1.37
Original
Segmented
अयम् वः फल्गुनो भ्राता गाण्डीवम् परम-आयुधम् परित्यज्य वनम् यातु न अनेन अर्थः ऽस्ति कश्चन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
फल्गुनो | फल्गुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाण्डीवम् | गाण्डीव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
आयुधम् | आयुध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यातु | या | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |