महाभारतम् — 17.1.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच एवम् वृष्णि-अन्धक-कुले श्रुत्वा मौसलम् आहवम् पाण्डवाः किम् अकुर्वन्त तथा कृष्णे दिवम् गते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
अन्धक | अन्धक | pos=n,comp=y |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
मौसलम् | मौसल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आहवम् | आहव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अकुर्वन्त | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
तथा | तथा | pos=i |
कृष्णे | कृष्ण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दिवम् | दिव् | pos=n,g=,c=2,n=s |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |