महाभारतम् — 16.8.45
Original
Segmented
ततस् ते पाप-कर्माणः लोभ-उपहत-चेतसः आभीरा मन्त्रयामासुः समेत्य अ शुभ-दर्शनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्माणः | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
चेतसः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
आभीरा | आभीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मन्त्रयामासुः | मन्त्रय् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
समेत्य | समे | pos=vi |
अ | अ | pos=i |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
दर्शनाः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=p |