महाभारतम् — 16.5.3
Original
Segmented
ततो ऽर्जुनः क्षिप्रम् इह उपयातु श्रुत्वा मृतान् यादवान् ब्रह्म-शापात् इति एवम् उक्तः स ययौ रथेन कुरून् तदा दारुको नष्ट-चेताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
इह | इह | pos=i |
उपयातु | उपया | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
मृतान् | मृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
यादवान् | यादव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रथेन | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कुरून् | कुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तदा | तदा | pos=i |
दारुको | दारुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नष्ट | नश् | pos=va,comp=y,f=part |
चेताः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |