महाभारतम् — 16.4.37
Original
Segmented
यः तेषाम् एरकाम् कश्चिद् जग्राह रुषितो नृप वज्र-भूता इव सा राजन्न् अदृश्यत तदा विभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
एरकाम् | एरका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जग्राह | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रुषितो | रुष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
भूता | भू | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अदृश्यत | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |