महाभारतम् — 16.2.8
Original
Segmented
वृष्णि-अन्धक-विनाशाय मुसलम् घोरम् आयसम् वासुदेवस्य दायादः साम्बो ऽयम् जनयिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
अन्धक | अन्धक | pos=n,comp=y |
विनाशाय | विनाश | pos=n,g=m,c=4,n=s |
मुसलम् | मुसल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आयसम् | आयस | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वासुदेवस्य | वासुदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दायादः | दायाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
साम्बो | साम्ब | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनयिष्यति | जनय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |