महाभारतम् — 15.6.23
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच यस्य नाग-सहस्रेण दश-संख्या वै बलम् सो ऽयम् नारीम् उपाश्रित्य शेते राजा गतासु-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
दश | दशन् | pos=n,comp=y |
संख्या | संख्या | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नारीम् | नारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपाश्रित्य | उपाश्रि | pos=vi |
शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गतासु | गतासु | pos=a,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |