महाभारतम् — 15.6.21
Original
Segmented
इति उक्त्वा स तु धर्म-आत्मा वृद्धो राजा कुरु-उद्वहः गान्धारीम् शिश्रिये धीमान् सहसा एव गतासु-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वृद्धो | वृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
उद्वहः | उद्वह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गान्धारीम् | गान्धारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शिश्रिये | श्रि | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धीमान् | धीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सहसा | सहसा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
गतासु | गतासु | pos=a,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |