Original

चिरस्य खलु पश्यामि भगवन्तमुपस्थितम् ।कच्चित्ते कुशलं विप्र शुभं वा प्रत्युपस्थितम् ॥ ३ ॥

Segmented

चिरस्य खलु पश्यामि भगवन्तम् उपस्थितम् कच्चित् ते कुशलम् विप्र शुभम् वा प्रत्युपस्थितम्

Analysis

Word Lemma Parse
चिरस्य चिरस्य pos=i
खलु खलु pos=i
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
भगवन्तम् भगवत् pos=a,g=m,c=2,n=s
उपस्थितम् उपस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
कच्चित् कच्चित् pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
कुशलम् कुशल pos=n,g=n,c=1,n=s
विप्र विप्र pos=n,g=m,c=8,n=s
शुभम् शुभ pos=a,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
प्रत्युपस्थितम् प्रत्युपस्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part