Original

विधिं परममास्थाय ब्रह्मर्षिविहितं शुभम् ।संप्रीतमनसः सर्वे देवलोक इवामराः ॥ २ ॥

Segmented

विधिम् परमम् आस्थाय ब्रह्मर्षि-विहितम् शुभम् सम्प्री-मनसः सर्वे देव-लोके इव अमराः

Analysis

Word Lemma Parse
विधिम् विधि pos=n,g=m,c=2,n=s
परमम् परम pos=a,g=m,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
ब्रह्मर्षि ब्रह्मर्षि pos=n,comp=y
विहितम् विधा pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
शुभम् शुभ pos=a,g=m,c=2,n=s
सम्प्री सम्प्री pos=va,comp=y,f=part
मनसः मनस् pos=n,g=m,c=1,n=p
सर्वे सर्व pos=n,g=m,c=1,n=p
देव देव pos=n,comp=y
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
इव इव pos=i
अमराः अमर pos=n,g=m,c=1,n=p