महाभारतम् — 15.39.21
Original
Segmented
ततो गङ्गाम् समासाद्य क्रमेण स जन-अर्णवः निवासम् अकरोत् सर्वो यथाप्रीति यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
क्रमेण | क्रमेण | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जन | जन | pos=n,comp=y |
अर्णवः | अर्णव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निवासम् | निवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सर्वो | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथाप्रीति | यथाप्रीति | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |