महाभारतम् — 15.38.6
Original
Segmented
धर्मस्य जननी भद्रे भवित्री त्वम् वरानने वशे स्थास्यन्ति ते देवा यान् त्वम् आवाहयिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जननी | जननी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
भवित्री | भवितृ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वरानने | वरानना | pos=n,g=f,c=8,n=s |
वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स्थास्यन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आवाहयिष्यसि | आवाहय् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |