महाभारतम् — 15.38.3
Original
Segmented
शौचेन तु आगस् त्यागैः शुद्धेन मनसा तथा कोप-स्थानेषु अपि महत् अकुप्यम् न कदाचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शौचेन | शौच | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तु | तु | pos=i |
आगस् | आगस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
त्यागैः | त्याग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शुद्धेन | शुध् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
कोप | कोप | pos=n,comp=y |
स्थानेषु | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=7,n=p |
अकुप्यम् | कुप् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
न | न | pos=i |
कदाचन | कदाचन | pos=i |