महाभारतम् — 15.34.9
Original
Segmented
मृग-यूथैः अनुद्विग्नैः तत्र तत्र समाश्रितैः अशङ्कितैः पक्षि-गणैः प्रगीतैः इव च प्रभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
यूथैः | यूथ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अनुद्विग्नैः | अनुद्विग्न | pos=a,g=m,c=3,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
समाश्रितैः | समाश्रि | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
अशङ्कितैः | अशङ्कित | pos=a,g=m,c=3,n=p |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
प्रगीतैः | प्रगा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
इव | इव | pos=i |
च | च | pos=i |
प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |