महाभारतम् — 15.33.16
Original
Segmented
वायुभक्षो निराहारः कृशो धमनिसंततः कदाचिद् दृश्यते विप्रैः शून्ये ऽस्मिन् कानने क्वचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वायुभक्षो | वायुभक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निराहारः | निराहार | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कृशो | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धमनिसंततः | धमनिसंतत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शून्ये | शून्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कानने | कानन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |