महाभारतम् — 15.3.2
Original
Segmented
वर्तमानेषु सत्-वृत्तिम् पाण्डवेषु महात्मसु प्रीतिमान् अभवद् राजा धृतराष्ट्रो ऽम्बिकासुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर्तमानेषु | वृत् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पाण्डवेषु | पाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
महात्मसु | महात्मन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अभवद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽम्बिकासुतः | अम्बिकासुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |