महाभारतम् — 15.3.16
Original
Segmented
अन्ववर्तत भीमो ऽपि निष्टनन् धर्मजम् नृपम् धृतराष्ट्रम् च सम्प्रेक्ष्य सदा भवति दुर्मनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्ववर्तत | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भीमो | भीम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
निष्टनन् | निष्टन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मजम् | धर्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृपम् | नृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
सम्प्रेक्ष्य | सम्प्रेक्ष् | pos=vi |
सदा | सदा | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दुर्मनाः | दुर्मनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |