महाभारतम् — 15.26.17
Original
Segmented
पाण्डुः स्मरति नित्यम् च बलहन्तुः समीपतः त्वाम् सदा एव महीपाल स त्वाम् श्रेयसि योक्ष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाण्डुः | पाण्डु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्मरति | स्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
च | च | pos=i |
बलहन्तुः | बलहन्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीपतः | समीपतस् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
महीपाल | महीपाल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
श्रेयसि | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
योक्ष्यति | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |