Original

गान्धारि परितुष्टोऽस्मि वध्वाः शुश्रूषणेन वै ।तस्मात्त्वमेनां धर्मज्ञे समनुज्ञातुमर्हसि ॥ ८ ॥

Segmented

गान्धारि परितुष्टो ऽस्मि वध्वाः शुश्रूषणेन वै तस्मात् त्वम् एनाम् धर्म-ज्ञे समनुज्ञातुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
गान्धारि गान्धारी pos=n,g=f,c=8,n=s
परितुष्टो परितुष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
वध्वाः वधू pos=n,g=f,c=6,n=s
शुश्रूषणेन शुश्रूषण pos=n,g=n,c=3,n=s
वै वै pos=i
तस्मात् तस्मात् pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
एनाम् एनद् pos=n,g=f,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञे ज्ञ pos=a,g=f,c=8,n=s
समनुज्ञातुम् समनुज्ञा pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat