महाभारतम् — 15.24.17
Original
Segmented
प्रादुष्कृता यथान्यायम् अग्नयो वेदपारगैः व्यराजन्त द्विज-श्रेष्ठेभिः तत्र तत्र तपोधनैः प्रादुष्कृ-अग्निः अभवत् स च वृद्धो नराधिपः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रादुष्कृता | प्रादुष्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
अग्नयो | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वेदपारगैः | वेदपारग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
व्यराजन्त | विराज् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठेभिः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
तपोधनैः | तपोधन | pos=a,g=m,c=3,n=p |
प्रादुष्कृ | प्रादुष्कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वृद्धो | वृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नराधिपः | नराधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |