महाभारतम् — 15.19.12
Original
Segmented
आनयित्वा कुरु-श्रेष्ठः ब्राह्मणेभ्यः प्रयच्छतु दीन-अन्ध-कृपणेभ्यः च तत्र तत्र नृप-आज्ञया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आनयित्वा | आनी | pos=vi |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ब्राह्मणेभ्यः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
प्रयच्छतु | प्रयम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
अन्ध | अन्ध | pos=a,comp=y |
कृपणेभ्यः | कृपण | pos=a,g=m,c=4,n=p |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आज्ञया | आज्ञा | pos=n,g=f,c=3,n=s |