महाभारतम् — 15.17.20
Original
Segmented
कृष्णाजिन-उपसंवीतः हृत-आभरण-भूषणः सार्धम् पाञ्चाल-पुत्र्या त्वम् राजानम् उपजग्मिवान् क्व तदा द्रोण-भीष्मौ तौ सोमदत्तो ऽपि वा भवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृष्णाजिन | कृष्णाजिन | pos=n,comp=y |
उपसंवीतः | उपसंव्ये | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हृत | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
भूषणः | भूषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
पुत्र्या | पुत्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपजग्मिवान् | उपगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्व | क्व | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
भीष्मौ | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
सोमदत्तो | सोमदत्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
भवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |