महाभारतम् — 15.16.24
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तस्य तद् वचनम् धर्म्यम् अनुबन्ध-गुण-उत्तरम् साधु साधु इति सर्वः स जनः प्रतिगृहीतवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धर्म्यम् | धर्म्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अनुबन्ध | अनुबन्ध | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
उत्तरम् | उत्तर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
सर्वः | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतिगृहीतवान् | प्रतिग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |