महाभारतम् — 15.12.23
Original
Segmented
अश्वमेध-सहस्रेण यो यजेत् पृथिवीपतिः पालयेद् वा अपि धर्मेण प्रजाः तुल्यम् फलम् लभेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अश्वमेध | अश्वमेध | pos=n,comp=y |
सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यजेत् | यज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पृथिवीपतिः | पृथिवीपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पालयेद् | पालय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
लभेत् | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |