महाभारतम् — 15.10.2
Original
Segmented
परिमाणम् विदित्वा च दण्डम् दण्ड्येषु भारत प्रणयेयुः यथान्यायम् पुरुषाः ते युधिष्ठिर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परिमाणम् | परिमाण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
च | च | pos=i |
दण्डम् | दण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दण्ड्येषु | दण्डय् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=krtya |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रणयेयुः | प्रणी | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
पुरुषाः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=8,n=s |