Original

पृथिवी भवतस्त्वेषा संन्यस्ता राजसत्तम ।निष्क्रयो दीयतां मह्यं ब्राह्मणा हि धनार्थिनः ॥ ९ ॥

Segmented

पृथिवी भवतः तु एषा संन्यस्ता राज-सत्तम निष्क्रयो दीयताम् मह्यम् ब्राह्मणा हि धन-अर्थिनः

Analysis

Word Lemma Parse
पृथिवी पृथिवी pos=n,g=f,c=1,n=s
भवतः भवत् pos=a,g=m,c=6,n=s
तु तु pos=i
एषा एतद् pos=n,g=f,c=1,n=s
संन्यस्ता संन्यस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
राज राजन् pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s
निष्क्रयो निष्क्रय pos=n,g=m,c=1,n=s
दीयताम् दा pos=v,p=3,n=s,l=lot
मह्यम् मद् pos=n,g=,c=4,n=s
ब्राह्मणा ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
हि हि pos=i
धन धन pos=n,comp=y
अर्थिनः अर्थिन् pos=a,g=m,c=1,n=p