महाभारतम् — 14.91.40
Original
Segmented
दीयताम् भुज्यताम् च इति दिवा रात्रम् अवारितम् तम् महा-उत्सव-संकाशम् अति हृष्ट-जन-आकुलम् कथयन्ति स्म पुरुषा नाना देश-निवासिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
भुज्यताम् | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
च | च | pos=i |
इति | इति | pos=i |
दिवा | दिवा | pos=i |
रात्रम् | रात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवारितम् | अवारित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उत्सव | उत्सव | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अति | अति | pos=i |
हृष्ट | हृष् | pos=va,comp=y,f=part |
जन | जन | pos=n,comp=y |
आकुलम् | आकुल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
पुरुषा | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नाना | नाना | pos=i |
देश | देश | pos=n,comp=y |
निवासिनः | निवासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |