महाभारतम् — 14.90.4
Original
Segmented
ऊषतुः तत्र ते देव्यौ महार्ह-शयन-आसने सु पूजिते स्वयम् कुन्त्या पार्थस्य प्रिय-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऊषतुः | वस् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=d |
देव्यौ | देवी | pos=n,g=f,c=1,n=d |
महार्ह | महार्ह | pos=a,comp=y |
शयन | शयन | pos=n,comp=y |
आसने | आसन | pos=n,g=f,c=1,n=d |
सु | सु | pos=i |
पूजिते | पूजय् | pos=va,g=f,c=1,n=d,f=part |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
कुन्त्या | कुन्ती | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |