Original

वैशंपायन उवाच ।स प्रविश्य यथान्यायं पाण्डवानां निवेशनम् ।पितामहीमभ्यवदत्साम्ना परमवल्गुना ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच स प्रविश्य यथान्यायम् पाण्डवानाम् निवेशनम् पितामहीम् अभ्यवदत् साम्ना परम-वल्गुना

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
यथान्यायम् यथान्यायम् pos=i
पाण्डवानाम् पाण्डव pos=n,g=m,c=6,n=p
निवेशनम् निवेशन pos=n,g=n,c=2,n=s
पितामहीम् पितामही pos=n,g=f,c=2,n=s
अभ्यवदत् अभिवद् pos=v,p=3,n=s,l=lan
साम्ना सामन् pos=n,g=n,c=3,n=s
परम परम pos=a,comp=y
वल्गुना वल्गु pos=a,g=n,c=3,n=s