महाभारतम् — 14.9.36
Original
Segmented
अपश्यः त्वम् तम् तदा घोर-रूपम् सर्वे तु अन्ये ददृशुः दर्शनीयम् यस्माद् भीतः प्राञ्जलिः त्वम् महा-ऋषिम् आगच्छेथाः शरणम् दानव-घ्न
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपश्यः | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
रूपम् | रूप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
दर्शनीयम् | दर्शनीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यस्माद् | यद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भीतः | भी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राञ्जलिः | प्राञ्जलि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगच्छेथाः | आगम् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दानव | दानव | pos=n,comp=y |
घ्न | घ्न | pos=a,g=m,c=8,n=s |