महाभारतम् — 14.89.5
Original
Segmented
अतीव दुःख-भागी स सततम् कुन्ति-नन्दनः न च पश्यामि बीभत्सोः निन्द्यम् गात्रेषु किंचन श्रोतव्यम् चेद् मया एतत् वै तत् मे व्याख्यातुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतीव | अतीव | pos=i |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
भागी | भागिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
कुन्ति | कुन्ति | pos=n,comp=y |
नन्दनः | नन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
बीभत्सोः | बीभत्सु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निन्द्यम् | निन्द् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
गात्रेषु | गात्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रोतव्यम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
चेद् | चेद् | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
व्याख्यातुम् | व्याख्या | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |