महाभारतम् — 14.89.21
Original
Segmented
इति एवम् वदताम् तेषाम् नॄणाम् श्रुति-सुखाः गिरः शृण्वन् विवेश धर्म-आत्मा फल्गुनो यज्ञ-संस्तरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
वदताम् | वद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
नॄणाम् | नृ | pos=n,g=,c=6,n=p |
श्रुति | श्रुति | pos=n,comp=y |
सुखाः | सुख | pos=a,g=f,c=2,n=p |
गिरः | गिर् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
शृण्वन् | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विवेश | विश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
फल्गुनो | फल्गुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
संस्तरम् | संस्तर | pos=n,g=m,c=2,n=s |