महाभारतम् — 14.89.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच श्रुतम् प्रियम् इदम् कृष्ण यत् त्वम् अर्हसि भाषितुम् तत् मे अमृत-रस-प्रख्यम् मनो ह्लादयते विभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृष्ण | कृष्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भाषितुम् | भाष् | pos=vi |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
प्रख्यम् | प्रख्या | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ह्लादयते | ह्लादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |