महाभारतम् — 14.83.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच स तु वाजी समुद्र-अन्ताम् पर्येत्य पृथिवीम् इमाम् निवृत्तो ऽभिमुखो राजन् येन नागाह्वयम् पुरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
वाजी | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समुद्र | समुद्र | pos=n,comp=y |
अन्ताम् | अन्त | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पर्येत्य | पर्ये | pos=vi |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निवृत्तो | निवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽभिमुखो | अभिमुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
येन | येन | pos=i |
नागाह्वयम् | नागाह्वय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=1,n=s |