Original

दुःशला चापि तान्योधान्निवार्य महतो रणात् ।संपूज्य पार्थं प्रययौ गृहान्प्रति शुभानना ॥ ४२ ॥

Segmented

दुःशला च अपि तान् योधान् निवार्य महतो रणात् सम्पूज्य पार्थम् प्रययौ गृहान् प्रति शुभ-आनना

Analysis

Word Lemma Parse
दुःशला दुःशला pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
योधान् योध pos=n,g=m,c=2,n=p
निवार्य निवारय् pos=vi
महतो महत् pos=a,g=m,c=5,n=s
रणात् रण pos=n,g=m,c=5,n=s
सम्पूज्य सम्पूजय् pos=vi
पार्थम् पार्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रययौ प्रया pos=v,p=3,n=s,l=lit
गृहान् गृह pos=n,g=m,c=2,n=p
प्रति प्रति pos=i
शुभ शुभ pos=a,comp=y
आनना आनन pos=n,g=f,c=1,n=s