महाभारतम् — 14.77.32
Original
Segmented
स्वसारम् माम् अवेक्षस्व स्वस्रीय-आत्मजम् एव च कर्तुम् अर्हसि धर्म-ज्ञ दयाम् मयि कुरु-उद्वह विस्मृत्य कुरु-राजानम् तम् च मन्दम् जयद्रथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वसारम् | स्वसृ | pos=n,g=,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अवेक्षस्व | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्वस्रीय | स्वस्रीय | pos=n,comp=y |
आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
दयाम् | दया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विस्मृत्य | विस्मृ | pos=vi |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मन्दम् | मन्द | pos=a,g=m,c=2,n=s |
जयद्रथम् | जयद्रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |