महाभारतम् — 14.77.30
Original
Segmented
तम् तु दृष्ट्वा निपतितम् ततस् तस्य आत्मजम् विभो गृहीत्वा समनुप्राप्ता त्वाम् अद्य शरण-एषिणी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
निपतितम् | निपत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ततस् | ततस् | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
समनुप्राप्ता | समनुप्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
शरण | शरण | pos=n,comp=y |
एषिणी | एषिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |