महाभारतम् — 14.77.24
Original
Segmented
समुत्सृज्-धनुः पार्थो विधिवद् भगिनीम् तदा प्राह किम् करवाणि इति सा च तम् वाक्यम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समुत्सृज् | समुत्सृज् | pos=va,comp=y,f=part |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विधिवद् | विधिवत् | pos=i |
भगिनीम् | भगिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |