महाभारतम् — 14.74.18
Original
Segmented
ततः स पुनः आरुह्य वारण-प्रवरम् रणे अव्यग्रः प्रेषयामास जय-अर्थी विजयम् प्रति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
आरुह्य | आरुह् | pos=vi |
वारण | वारण | pos=n,comp=y |
प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अव्यग्रः | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रेषयामास | प्रेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जय | जय | pos=n,comp=y |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विजयम् | विजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |