महाभारतम् — 14.74.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच प्राग्ज्योतिषम् अथ अभ्येत्य व्यचरत् स हय-उत्तमः भगदत्त-आत्मजः तत्र निर्ययौ रण-कर्कशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्राग्ज्योतिषम् | प्राग्ज्योतिष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
अभ्येत्य | अभ्ये | pos=vi |
व्यचरत् | विचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | स | pos=i |
हय | हय | pos=n,comp=y |
उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भगदत्त | भगदत्त | pos=n,comp=y |
आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रण | रण | pos=n,comp=y |
कर्कशः | कर्कश | pos=a,g=m,c=1,n=s |