Original

समनुज्ञाप्य तु स तं कृष्णद्वैपायनं नृपः ।वासुदेवमथामन्त्र्य वाग्मी वचनमब्रवीत् ॥ १८ ॥

Segmented

समनुज्ञाप्य तु स तम् कृष्णद्वैपायनम् नृपः वासुदेवम् अथ आमन्त्र्य वाग्मी वचनम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
समनुज्ञाप्य समनुज्ञापय् pos=vi
तु तु pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
कृष्णद्वैपायनम् कृष्णद्वैपायन pos=n,g=m,c=2,n=s
नृपः नृप pos=n,g=m,c=1,n=s
वासुदेवम् वासुदेव pos=n,g=m,c=2,n=s
अथ अथ pos=i
आमन्त्र्य आमन्त्रय् pos=vi
वाग्मी वाग्मिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan