Original

संवर्त उवाच ।चिकीर्षसि यथाकामं सर्वमेतत्त्वयि ध्रुवम् ।यदि सर्वानभिप्रायान्कर्तासि मम पार्थिव ॥ १९ ॥

Segmented

संवर्त उवाच चिकीर्षसि यथाकामम् सर्वम् एतत् त्वयि ध्रुवम् यदि सर्वान् अभिप्रायान् कर्तासि मम पार्थिव

Analysis

Word Lemma Parse
संवर्त संवर्त pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
चिकीर्षसि चिकीर्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lat
यथाकामम् यथाकाम pos=a,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
त्वयि त्वद् pos=n,g=,c=7,n=s
ध्रुवम् ध्रुवम् pos=i
यदि यदि pos=i
सर्वान् सर्व pos=n,g=m,c=2,n=p
अभिप्रायान् अभिप्राय pos=n,g=m,c=2,n=p
कर्तासि कृ pos=v,p=2,n=s,l=lrt
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s