Original

वैशंपायन उवाच ।सैवं विलप्य करुणं सोन्मादेव तपस्विनी ।उत्तरा न्यपतद्भूमौ कृपणा पुत्रगृद्धिनी ॥ १ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच सा एवम् विलप्य करुणम् स उन्मादा इव तपस्विनी उत्तरा न्यपतद् भूमौ कृपणा पुत्र-गृद्धिन्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
एवम् एवम् pos=i
विलप्य विलप् pos=vi
करुणम् करुण pos=a,g=n,c=2,n=s
pos=i
उन्मादा उन्माद pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
तपस्विनी तपस्विनी pos=n,g=f,c=1,n=s
उत्तरा उत्तरा pos=n,g=f,c=1,n=s
न्यपतद् निपत् pos=v,p=3,n=s,l=lan
भूमौ भूमि pos=n,g=f,c=7,n=s
कृपणा कृपण pos=a,g=f,c=1,n=s
पुत्र पुत्र pos=n,comp=y
गृद्धिन् गृद्धिन् pos=a,g=f,c=1,n=s