महाभारतम् — 14.64.9
Original
Segmented
पूजयित्वा धनाध्यक्षम् प्रणिपत्य अभिवाद्य च सुमनोभिः विचित्राभिः अपूपैः कृसरेण च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पूजयित्वा | पूजय् | pos=vi |
धनाध्यक्षम् | धनाध्यक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रणिपत्य | प्रणिपत् | pos=vi |
अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
सुमनोभिः | सुमनस् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
विचित्राभिः | विचित्र | pos=a,g=f,c=3,n=p |
अपूपैः | अपूप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कृसरेण | कृसर | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |