Original

जनमेजय उवाच ।श्रुत्वैतद्वचनं ब्रह्मन्व्यासेनोक्तं महात्मना ।अश्वमेधं प्रति तदा किं नृपः प्रचकार ह ॥ १ ॥

Segmented

जनमेजय उवाच श्रुत्वा एतत् वचनम् ब्रह्मन् व्यासेन उक्तम् महात्मना अश्वमेधम् प्रति तदा किम् नृपः प्रचकार ह

Analysis

Word Lemma Parse
जनमेजय जनमेजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
श्रुत्वा श्रु pos=vi
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
व्यासेन व्यास pos=n,g=m,c=3,n=s
उक्तम् वच् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
महात्मना महात्मन् pos=a,g=m,c=3,n=s
अश्वमेधम् अश्वमेध pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रति प्रति pos=i
तदा तदा pos=i
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
नृपः नृप pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रचकार प्रकृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i