Original

दुर्मरं बत वार्ष्णेय कालेऽप्राप्ते नृभिः सदा ।यत्र मे हृदयं दुःखाच्छतधा न विदीर्यते ॥ ९ ॥

Segmented

दुर्मरम् बत वार्ष्णेय काले ऽप्राप्ते नृभिः सदा यत्र मे हृदयम् दुःखात् शतधा न विदीर्यते

Analysis

Word Lemma Parse
दुर्मरम् दुर्मर pos=a,g=n,c=1,n=s
बत बत pos=i
वार्ष्णेय वार्ष्णेय pos=n,g=m,c=8,n=s
काले काल pos=n,g=m,c=7,n=s
ऽप्राप्ते अप्राप्त pos=a,g=m,c=7,n=s
नृभिः नृ pos=n,g=m,c=3,n=p
सदा सदा pos=i
यत्र यत्र pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=1,n=s
दुःखात् दुःख pos=n,g=n,c=5,n=s
शतधा शतधा pos=i
pos=i
विदीर्यते विदृ pos=v,p=3,n=s,l=lat